कौनो मनै पठराहा जमिन हस हुइँत, जेम्ने कौनो बिया गिरल। जस्तेहेँके ओइने वचन सुन्थाँ, और ओइने खुशीसे लैलेथाँ। ओइने परमेश्वरके वचनहे अपन मनके गहिँराइमे जरसे बह्रे नै देथाँ। और ओइने यिहिहे थोरिक समयसमके लग किल विश्वास करथाँ। जस्तेके ओइन्के जीवन कर्रा होजैथिन, या वचन स्वीकार करेबेर जब ओइन्हे समस्या अइथिन, ओइने हार मानजिथाँ।