बकिन तुमन कर मझार में अईसना नई होए बर चाही, बलकि तुमन में ले जेहर बड़े बने बर चाहथे, ओहर तुमन कर सेवक बने। अऊ जेमन तुमन ले आगू होए बर चाहथें, ओमन तुमन कर दास बने, जईसना कि मईनसे कर बेटा हर अपन सेवा करुवाए बर नई आईस, बकिन ओहर सेवा करे बर आईस अऊ ढेरे झेमन ला छोंड़ाए बर, अपन परान ला पलटा में देहे बर आईस।”