और अब ख़ुदा की जो इस बात पर क़ादिर है के तुम्हें तुम्हारे मसीही ईमान में मज़बूत करे, उस ईमान में जो हुज़ूर ईसा अलमसीह की इन्जील के मुताबिक़ है और जिस की में मुनादी करता हूं वह एक ऐसा राज़ है जो अज़ल से पोशीदा रहा। लेकिन अब अज़ली ख़ुदा के हुक्म के मुताबिक़ और नबियों के नविश्तों के ज़रीये तमाम ग़ैरयहूदी क़ौमों को बता दिया गया है ताके वह ईमान लायें और ख़ुदा के फ़रमांबरदार बनें। उसी वाहिद और हकीम ख़ुदा की हुज़ूर ईसा अलमसीह के वसीले से हमेशा तक तम्जीद होती रहे! आमीन।