“यौ साथीसब, अहाँसब कथिले एहेन काम करैचियै? हम्हुसब त अहैसब जखा दुख-सुख भोगैबला लोकसब चियै आ अहाँसब यि मुरुतके पुजा-पाठ करैले छोइरके जिबित परमेस्वर जे अकास, पिरथिबी, समुन्दर आ ओइमे जे कुछो छै, ओइसबके बनाइनेछै तैमे बिस्बास करु कैहके सुसमाचार सुनाबैले एलचियै।