तब उनखर चेला लोग उनसे पूछँइ लागें, “हे गुरू, को पाप किहिस रहा हय, कि इआ मनई आँधर पइदा भ हय, इआ खुदय पाप किहिस तय, कि एखर बाप-महतारी?” यीसु जबाब दिहिन, “न त इआ मनई पाप किहिस, अउर न एखर बाप-महतारी: बलकिन इआ एसे आँधर पइदा भ, कि एही नीक कइके परमातिमा के सक्ती देखाई जाय सकय।