मूँ बापऊँ परातना करूँ, अन वीं थाँने एक ओरू हण्डाळ्यो देवे, ताँके वो हमेस्या थाकी लारे रेई। वाँ पुवितर आत्मा हे। ज्या दनियाने ने मल सके हे, काँके दनियाँ वींने ने देक सके हे अन ने ओळके हे। पण थाँ वींने ओळको हो, काँके वाँ थाँका लारी रेई अन वाँ थाँकामें वास करी।”