जंय्यां की यसाया परमेसर की खेबाळा का बचना हाळी पोथी म मंडर्यो ह क, ‘कोई उजाड़ म हेलो देवै ह, परबु ताँई गेलो बणाओ अर बिको गेलो सिदो-सपाट करो। सगळी घाट्या को भराव कर इकसार कर्यो जाणो, टेडा-मेडा गेला सिदा कर्या जाणा अर बेढंग का गेलानै ढंग का बणाया जाणा जरूरी ह। अर सगळा मिनख परमेसर का छुटकारा का कामनै देखसी।’”