जणा पतरस बिऊँ बोल्यो, “हनन्या तेरा मन प सेतान कंय्यां कबजो कर लिओ क तू जमीन क बिकबाऊँ मिल्या पिसा म सक्यु राख'र पबितर आत्माऊँ झूठ बोलगो। बेचबाऊँ पेली इ जमीन प तेरोई हक हो अर बिकबा क पाछै बी बिका दाम तेराई हा। जणा पाछै तू तेरा मन म आ बात क्याले घड़ीं? अंय्यां कर तू मिनखाऊँ नइ पण परमेसरऊँ झूठ बोल्यो ह।” आ सुणताई हनन्या पड़गो अर पड़ताई पिराण तज दिआ। अर जत्ता बी आ सुणी अर देखी बा सगळा म डर बड़गो।