क्यूंकि कोई भी माह्णुं केसी चीजा री तुलना अनंत जिन्दगी किन्हें नी करी सक्दा। एस गल्ला पर सोच विचार करा, जो कोई एस व्यभिचारी होर पापी जाति रे बीच मेरे होर मेरे बचना री वजहा ले मेरा इनकार करणा, मां माह्णुं रे मह्ठे जेबे पवित्र स्वर्गदूता किन्हें आपणे बापू री महिमा साउगी आऊंणा, तेबे मा भी, तिन्हारा इनकार करणा।”