उस्से तरियां थारे म्ह भी इब तो दुख सै, पर मै थारे तै दुबारा मिलूँगा अर थारे मन आनन्द तै भर जावैंगे, थारा आनन्द कोए थारे तै खोस न्ही सकदा। उस बखत थम मेरतै कुछ न्ही बुझ्झोगे। मै थारैतै सच कहूँ सूं, जै थम पिता तै कुछ माँगोगे, तो वो मेरै नाम तै थमनै देवैगा।