सम्भव है कि परमेश्वर स्वप्न में लोगों के कान में बोलता हो,
अथवा किसी दिव्यदर्शन में रात को जब वे गहरी नींद में हों।
जब परमेश्वर की चेतावनियाँ सुनते है
तो बहुत डर जाते हैं।
परमेश्वर लोगों को बुरी बातों को करने से रोकने को सावधान करता है,
और उन्हें अहंकारी बनने से रोकने को।
परमेश्वर लोगों को मृत्यु के देश में जाने से बचाने के लिये सावधान करता है।
परमेश्वर मनुष्य को नाश से बचाने के लिये ऐसा करता है।