1
रोमियों 11:36
पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)
क्योंकि उसी की ओर से, और उसी के द्वारा, और उसी के लिये सब कुछ है। उसकी महिमा युगानुयुग होती रहे : आमीन।
Compare
Explore रोमियों 11:36
2
रोमियों 11:33
आहा! परमेश्वर का धन और बुद्धि और ज्ञान क्या ही गंभीर है! उसके विचार कैसे अथाह, और उसके मार्ग कैसे अगम हैं!
Explore रोमियों 11:33
3
रोमियों 11:34
“प्रभु की बुद्धि को किसने जाना? या उसका मंत्री कौन हुआ?
Explore रोमियों 11:34
4
रोमियों 11:5-6
ठीक इसी रीति से इस समय भी, अनुग्रह से चुने हुए कुछ लोग बाकी हैं। यदि यह अनुग्रह से हुआ है, तो फिर कर्मों से नहीं; नहीं तो अनुग्रह फिर अनुग्रह नहीं रहा।
Explore रोमियों 11:5-6
5
रोमियों 11:17-18
पर यदि कुछ डालियाँ तोड़ दी गईं, और तू जंगली जैतून होकर उनमें साटा गया, और जैतून की जड़ की चिकनाई का भागी हुआ है, तो डालियों पर घमण्ड न करना; और यदि तू घमण्ड करे तो जान रख कि तू जड़ को नहीं परन्तु जड़ तुझे सम्भालती है।
Explore रोमियों 11:17-18
Home
Bible
Plans
Videos