चाहे वे सुनें, चाहे सुनने से इनकार करें, तू उनको मेरे सन्देश सुनाना। निस्सन्देह, वे विद्रोही कुल की सन्तान हैं।
‘ओ मानव-सन्तान! जो बात मैं तुझसे कहता हूं, उसको ध्यान से सुन। तू भी उन विद्रोहियों के समान विद्रोही मत बनना। अपना मुंह खोल, और जो मैं तुझको दे रहा हूं, उसको खा जा!’