एक मर्तबा, जब आप उन के साथ खाना खा रहे थे, तो हुज़ूर ईसा ने उन्हें ये हुक्म दिया: “यरूशलेम से बाहर न जाना, और मेरे बाप के इस वादे के पूरा होने का इन्तिज़ार करना, जिस का ज़िक्र तुम मुझ से सुन चुके हो। क्यूंके हज़रत यहया तो पानी से पाक-ग़ुस्ल देते थे, लेकिन तुम थोड़े दिनों के बाद पाक रूह से पाक-ग़ुस्ल पाओगे।”